ढाका: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो
गुटेरेस ने शनिवार को बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों की विकट स्थिति पर गहरी
चिंता व्यक्त की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वित्तीय और राजनीतिक सहयोग की अपील की।
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों और उन्हें शरण देने वाले बांग्लादेशी समुदायों
को समर्थन नहीं मिलने की स्थिति में मानवीय संकट उत्पन्न हो सकता है।
गुटेरेस चार दिवसीय बांग्लादेश यात्रा पर शुक्रवार को ढाका पहुंचे थे। आज उन्होंने
कॉक्स बाजार का दौरा किया, जहां लाखों रोहिंग्या शरणार्थी अस्थायी शिविरों में कठिन
परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने वहां की स्थिति को नजदीक से देखा और
इस संकट के समाधान के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया।
गुटेरेस ने अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा बांग्लादेश को दी जाने वाली मानवीय सहायता
में कटौती को "अपराध" करार दिया। उन्होंने कहा कि इन कटौतियों के चलते पहले
से ही कठिन हालात झेल रहे रोहिंग्या शरणार्थियों का भविष्य और अधिक अनिश्चित हो गया
है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वे इस संकट को नजरअंदाज न करें
और शरणार्थियों के लिए वित्तीय और राजनीतिक समर्थन सुनिश्चित करें।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने बांग्लादेश की सरकार और जनता की असाधारण उदारता की सराहना
की, जिन्होंने भारी सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों के बावजूद रोहिंग्या शरणार्थियों
को शरण दी।
गुटेरेस ने आश्वासन दिया कि संयुक्त राष्ट्र रोहिंग्या संकट के स्थायी समाधान के लिए
पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शरणार्थियों की स्वैच्छिक, सुरक्षित, गरिमापूर्ण
और स्थायी वापसी सुनिश्चित करने के लिए म्यांमार में अनुकूल परिस्थितियां बनाई जानी
चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र सदस्य राष्ट्र रोहिंग्या मुसलमानों
और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना
रहे हैं, जिससे इस संकट का दीर्घकालिक समाधान निकाला जा सके।
गुटेरेस ने कहा कि इस बार उन्होंने बांग्लादेश का दौरा रोहिंग्या शरणार्थियों और उन्हें
शरण देने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए किया है।
इससे पहले, वे 2018 में कॉक्स बाजार गए थे और तब भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समर्थन
की अपील की थी।
बांग्लादेश सरकार के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने भी इस संयुक्त प्रेस वार्ता में
हिस्सा लिया और रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर चर्चा की। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के इस
दौरे से उम्मीद की जा रही है कि रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए वैश्विक स्तर पर अधिक
सहायता जुटाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे। हिस
यूएन प्रमुख गुटेरेस का बांग्लादेश दौरा, रोहिंग्या शरणार्थियों की स्थिति पर जताई चिंता

Recent Comments