नई दिल्ली/कुवैत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा के दौरान देश के सर्वोच्च सम्मान 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' को प्राप्त कर एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह दौरा, जो 43 वर्षों के अंतराल के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा किया गया, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ने वाला है।

 

कुवैत का सर्वोच्च सम्मान: 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर'

22 दिसंबर को कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा ने पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित किया। यह सम्मान कुवैत का एक प्रतिष्ठित नाइटहुड है, जिसे राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है। इस सम्मान से पूर्व में बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसी हस्तियों को नवाजा जा चुका है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार भारत और कुवैत के मजबूत होते संबंधों के प्रतीक के रूप में दिया गया।

 

भारत और कुवैत के बढ़ते संबंध

कुवैत की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें ऊर्जा और व्यापार के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों की भूमिका भी शामिल थी। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 10.47 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुका है। कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इन संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

 

गार्ड ऑफ ऑनर और औपचारिक स्वागत

कुवैत के बयान पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। प्रधानमंत्री ने कुवैती अमीर के साथ लंबी वार्ता की, जिससे दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को नई ऊंचाईयों पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण समझौतों की संभावना बनी।

 

ऐतिहासिक यात्रा की पृष्ठभूमि

1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत का दौरा किया था। इसके बाद, यह पहला मौका है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने कुवैत की यात्रा की है। पीएम मोदी की इस यात्रा को दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।

 

अंतरराष्ट्रीय मंच पर पीएम मोदी की पहचान

पीएम मोदी को अब तक 20 देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जा चुका है, जिसमें अमेरिका, फ्रांस, रूस जैसे प्रमुख देश शामिल हैं। इस यात्रा के दौरान प्राप्त सम्मान उनके कूटनीतिक कौशल और भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय भूमिका का प्रतीक है।

 

निष्कर्ष

कुवैत दौरे और 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित होने की घटना ने भारतीय नेतृत्व की अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता को और मजबूत किया है। यह न केवल भारत-कुवैत संबंधों को नया आयाम देगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त उपस्थिति का भी प्रमाण है।

आपको बता दें कि पीएम मोदी को अमेरिका, फ्रांस, रूस समेत 20 से अधिक देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर सम्मानित किया है। यह भारत के प्रधानमंत्री के इतिहास में सबसे अधिक सम्मानित नेता हैं। पूरी लिस्ट यहाँ देखें: https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_awards_and_honours_received_by_Narendra_Modi

 

चित्र साभार: गूगल