पूर्णिया: पूर्णिया जिले के बायसी विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक सैयद रुकनुद्दीन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। जदयू नेता रेहान फैजल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद विधायक समेत उनके छह समर्थकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा रहा है। पूर्णिया पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से बायसी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है।

 

क्या है पूरा मामला?

12 फरवरी की शाम बायसी में विधायक सैयद रुकनुद्दीन के परिजनों और जदयू के प्रखंड उपाध्यक्ष रेहान फैजल के बीच मारपीट की घटना हुई। इस हिंसक झड़प में रेहान फैजल गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनके हाथ और पैर में फ्रैक्चर हुआ। रेहान फैजल ने आरोप लगाया कि विधायक सैयद रुकनुद्दीन, उनके भाई समेत छह लोगों ने उनका अपहरण कर मारपीट की और जबरन पेशाब पिलाया।

 

पुलिस की कार्रवाई:

पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा रहा है। एसपी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और प्रथम दृष्टया आरोप गंभीर प्रतीत हो रहे हैं। पुलिस ने पहले रेहान फैजल की प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें उन्होंने विधायक और उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद, विधायक पक्ष की ओर से भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। दोनों मामलों की जांच जारी है और जल्द ही कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

 

विधायक की सफाई:

विधायक सैयद रुकनुद्दीन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने एक सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए दावा किया कि घटना के समय वह घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे। विधायक ने कहा कि वह घटना के समय अपने कार्यालय बायसी में थे और 7:30 बजे वहां से निकले, जिसका प्रमाण सीसीटीवी फुटेज है।

 

आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी:

विधायक ने रेहान फैजल पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं और प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि रेहान फैजल ने उन पर पेशाब पिलाने का आरोप लगाया है, तो प्रशासन को मेडिकल जांच करानी चाहिए। विधायक ने इसे उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश करार दिया है।

 

राजनीतिक गलियारों में हलचल:

इस मामले के तूल पकड़ने से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। जहां एक ओर विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर राजद पर निशाना साधा है, वहीं सत्ताधारी दल जदयू ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पुलिस की कार्रवाई से विधायक खेमे में बेचैनी बढ़ गई है और आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।