गणतंत्र दिवस 2025
की
तैयारियां जोरों पर हैं। देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाली भव्य परेड के
लिए कर्तव्य पथ को सजाने और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार गणतंत्र
दिवस परेड में बिहार की झांकी आकर्षण का केंद्र होगी, जिसे आठ वर्षों के अंतराल के
बाद फिर से शामिल किया गया है। बिहार की झांकी में इस बार राज्य की समृद्ध ज्ञान और
शांति की परंपरा को प्रदर्शित किया जाएगा। 408
बिहार की झांकी: स्वर्णिम
भारत की विरासत और विकास
बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री
महेश्वर हजारी ने जानकारी दी कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में बिहार की झांकी को रक्षा
मंत्रालय द्वारा 'स्वर्णिम भारत: विरासत एवं विकास' थीम के तहत चयनित किया गया है।
झांकी में भगवान बुद्ध की शांति का संदेश देने वाली अलौकिक मूर्ति को दिखाया जाएगा,
जो राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा जलाशय में अवस्थित है। यह स्थल हर वर्ष लाखों पर्यटकों
को आकर्षित करता है।
इसके अलावा, बिहार की झांकी में प्रसिद्ध
नालंदा विश्वविद्यालय को भी दर्शाया जाएगा। नालंदा विश्वविद्यालय भारतीय ज्ञान परंपरा
का प्रतीक है, जो 5वीं सदी में गुप्त काल के दौरान स्थापित किया गया था। इतिहासकारों
के अनुसार, उस समय यहां करीब 10,000 विद्यार्थी और 2,000 शिक्षक शिक्षा ग्रहण करते
थे। हालांकि, 1199 में तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी द्वारा इसे नष्ट कर दिया गया
था। वर्तमान में केंद्र और राज्य सरकारें इस प्राचीन विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने
के प्रयास में जुटी हैं।
आपको बता दें कि इस वर्ष गणतंत्र
दिवस परेड में बिहार के अलावे आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड,
कर्नाटक और मध्य प्रदेश सहित 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल
होंगी। इसके अलावा केंद्र सरकार की 11 टुकड़ियां भी शामिल होंगी।
गणतंत्र दिवस 2025 परेड
की अन्य प्रमुख विशेषताएं
प्राप्त जानकरी के अनुसार, इस वर्ष
26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में कई नई झलकियां देखने को मिलेंगी। खास
बात यह है कि इस बार मोटरसाइकिल पर हैरतअंगेज करतब भारतीय सेना के जवान दिखाएंगे। पिछले
वर्ष बीएसएफ के जांबाजों ने परेड में अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन किया था।
परेड में इस बार इंडोनेशिया के मार्चिंग
दस्ते के शामिल होने की संभावना है। पिछले वर्ष फ्रांस का मार्चिंग दस्ता परेड में
शामिल हुआ था। फ्रांसीसी दस्ते की परेड स्पीड एक मिनट में 80-85 कदम थी, जबकि भारतीय
दस्तों की गति एक मिनट में 108 कदम थी।
इंडोनेशिया का दस्ता भारत
पहुंचेगा
सूत्रों के अनुसार, परेड के दौरान समन्वय
बेहतर रखने के लिए इंडोनेशियाई दस्ता दो हफ्ते पहले भारत आ जाएगा। इस बार परेड को
90 मिनट में समाप्त करने की योजना बनाई गई है। इस उद्देश्य से इस वर्ष परेड में दो
मार्चिंग दस्ते कम होंगे। पिछले वर्ष कुल 16 मार्चिंग दस्ते थे, जबकि इस बार 14 दस्तों
को शामिल किया जाएगा। इनमें 8 दस्ते आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के होंगे, 5 दस्ते गृह
मंत्रालय के और एक दस्ता कोस्ट गार्ड का होगा।
बीएसएफ के ऊंट दस्ते की
भव्यता
रिपब्लिक डे परेड में बीएसएफ का ऊंट
दस्ता एक विशेष आकर्षण रहेगा। शानदार वेशभूषा में सजे ऊंटों के साथ जवान परेड में भाग
लेंगे। परेड में इस बार कुल 25 झांकियां शामिल होंगी, जिनमें विभिन्न राज्यों की झांकियों
के अलावा डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए), डीआरडीओ, असम राइफल्स और कोस्ट
गार्ड की झांकियां भी होंगी।
5000 कलाकारों की विशेष
प्रस्तुति
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में संस्कृति
और विरासत को भव्य तरीके से प्रस्तुत करने के लिए 5000 कलाकारों की प्रस्तुति देखने
को मिलेगी। पिछले वर्ष 3000 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी थी, लेकिन इस बार इसे और
भव्य रूप दिया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस 2025: परेड
का आयोजन
- स्थान: नई दिल्ली, कर्तव्य पथ
- समय: सुबह 9:30 बजे से
- राजकीय अतिथि: श्री प्रबावो
सुबियांतो (इंडोनेशिया के राष्ट्रपति)
- थीम: 'स्वर्णिम भारत: विरासत एवं विकास'
गणतंत्र दिवस समारोह हर वर्ष भारत की
सांस्कृतिक और सैन्य ताकत को प्रदर्शित करने का एक अवसर होता है। इस बार भी देश को
अपने गौरवशाली इतिहास और भविष्य की संभावनाओं को दर्शाने का अवसर मिलेगा। बिहार की
झांकी निस्संदेह इस परेड का एक विशेष आकर्षण होगी, जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत को
संपूर्ण देश और विश्व के सामने प्रस्तुत करेगी।
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