पूर्णिया: जलालगढ़ -किशनगंज और कुर्सेला-
बिहारीगंज रेल-परियोजना पर अनर्गल बयानबाजी करने और मुझे चुनौती देने से पहले कम से
कम एक बार पार्लियामेंट के रिकॉर्ड को तो आप खंगाल लेते। आप तो सात बार के सांसद हैं,
आपसे ऐसे बचकाने बयान की उम्मीद नहीं थी। अपने से बड़ो से पैर छुआना हमारे संस्कार
में शामिल नहीं है। ऐसी निर्लज्ज बयान बाजी के लिए आपको धन्यवाद और मुलाक़ात हुई तो
आपके पैर भी छूऊंगा। मैंने हमेशा सकारात्मक राजनीति की है, जिसका परिणाम है की पूर्णिया
लगातार विकास पथ पर आज भी अग्रसर है। हमने कभी दूसरे के किए हुए कार्यो का क्रेडिट
लूट का प्रयास नहीं किया है। यह आपको ही मुबारक। अपने किए गए प्रयासों को बताना गुनाह
तो नही? वैसे आप मेरे बड़े भाई थे, आज भी है और कल भी रहेंगे। आपकी धूर्तता और निर्लज्जता
आपको मुबारक। सांसद को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। उक्त बातें
पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने पूर्णियां सांसद पप्पू यादव के बयान पर पलटवार करते हुए
कही है।
कुशवाहा ने कहा कि कुर्सेला- बिहारीगंज और जलालगढ़ - किशनगंज रेल -परियोजना को लेकर
उन्होंने 11 दिसंबर 2019, 12 मार्च 2020, 07 फरवरी 2024 समेत कई बार सदन के पटल पर
और रेल-मंडलों की बैठक में तथा केंद्रीय रेलमंत्री से मिलकर मांग रखा है। जब वे 29
मार्च 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मिले थे तो जो मांग-पत्र उन्हें सौंपा
था, उसमें इसी दोनों रेल-परियोजना का जिक्र था। 10 वर्षों में उन्होंने पूर्णियां के
विकास के लिए क्या कुछ किया ,यह आईने की तरह साफ है। मैं आदरणीय बड़े भाई को चुनौती
देता हूं कि पूर्व में जब आप पूर्णियां के सांसद रहे तो कोई भी एक महत्वपूर्ण विकास
कार्य किए हों तो बताने का प्रयास करेंगे, बड़ी खुशी होगी। कौन गंदी और कौन साफ-सुथरी
राजनीति कर रहा है, यह पूर्णीयवासी देख रहे हैं।
कुशवाहा ने कहा कि समस्या यह है कि सांसद महोदय को लगता है कि पूर्णियां में जो विकास
का क्रम है वह सतत प्रयास का नतीजा नही बल्कि, उनके पास जो अलादीन का चिराग है ,उससे
बाहर निकले जिन्न की वजह से हो रहा है। कहा कि उनसे एक विनम्र आग्रह है ,पूरे देश की
चिंता छोड़कर, पूर्णिया के विकास के लिए प्रयासरत रहें, मेरी शुभकामनाएं उनके साथ है।हिस
पूर्णियां सांसद अपने धूर्तई और निर्जल्लता पूर्ण बयानों के लिए मांगे सार्वजनिक माफी: संतोष कुशवाहा

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