पूर्णिया जिले में बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। आने वाले दिनों में जिले के हर घर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। बिजली कंपनी इस दिशा में तेजी से काम कर रही है और शहरी क्षेत्रों में लगभग 90 फीसदी घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तीव्र गति से जारी है।

 

प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने से उपभोक्ताओं को बिजली के बिल में अधिकता की शिकायत कम हो सकती है। शुरुआत में इस मीटर के खिलाफ कुछ विरोध था, लेकिन अब बिजली कंपनी ने लोगों को इसके फायदे समझाने में सफलता प्राप्त की है। शहर से लेकर गांव तक अब लोग स्मार्ट मीटर लगाने के लिए उत्सुक हैं। शहरी क्षेत्रों में अब तक 53 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जबकि लक्ष्य 65 हजार मीटर लगाने का है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी करीब एक लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, और इस दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है।

 

स्मार्ट मीटर के फायदे के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए बिजली कंपनी ने चौक-चौराहों पर बैनर-पोस्टर लगाए हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, शिविर लगाकर भी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के लाभ समझाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि इससे किसी भी हालत में गलत बिजली बिल नहीं आएगा। उपभोक्ता जितनी बिजली का उपयोग करेंगे, उनका भुगतान उतना ही होगा, और बिल का अपडेट मोबाइल पर मिलता रहेगा।

 

प्रीपेड स्मार्ट मीटर के रिचार्ज की सुविधा में भी बदलाव किया गया है। अब अगर किसी उपभोक्ता का रिचार्ज खत्म हो जाए और वे तुरंत रिचार्ज करने में असमर्थ हों, तो उन्हें अगले 72 घंटे तक बिजली मिलती रहेगी। इस दौरान उपभोक्ता को रिचार्ज करना अनिवार्य होगा। रिचार्ज के बाद 72 घंटे के दौरान हुई खपत का भुगतान उनके नए रिचार्ज से काट लिया जाएगा।

 

अगर कोई उपभोक्ता पहली बार स्मार्ट मीटर लगा रहा है और उसके पुराने मीटर के बिल में बड़ा बकाया है, तो उसे एक साथ पूरा भुगतान नहीं करना पड़ेगा। विभाग उस बकाए को किस्तों में चुकता करने की सुविधा देगा। यह इंस्टॉलमेंट रिपोर्ट एप पर दिखाई जाएगी।

 

पूर्णिया में अब तक करीब डेढ़ लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। कार्यपालक अभियंता बलवीर कुमार बागीस के अनुसार, इस कदम से बिजली उपभोक्ताओं को एक साथ कई फायदे मिलेंगे। स्मार्ट मीटर के कारण उपभोक्ता अब स्वेच्छा से मीटर लगवा रहे हैं और इसके फायदे का लाभ उठा रहे हैं।

 

बिजली कंपनी का उद्देश्य दिसंबर 2025 तक जिले में शत-प्रतिशत स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य पूरा करना है। इसके लिए कंपनी द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि उपभोक्ता स्मार्ट मीटर के लाभों को समझें और उनका पूरा लाभ उठा सकें।