नई दिल्ली (GPNewsBihar Desk): प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे के बाद मॉरीशस से भारत लौट आए हैं। इस यात्रा
के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए और दोनों देशों
के बीच सहयोग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का संकल्प लिया। यह दौरा भारत-मॉरीशस संबंधों
को और मजबूत बनाने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यात्रा का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
मॉरीशस हिंद महासागर में स्थित
एक महत्वपूर्ण देश है, जहां भारतीय मूल के लोगों की संख्या लगभग 70% है। भारत और मॉरीशस
के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा
मुख्य रूप से द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने, व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने और
रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से की गई थी।
यात्रा के मुख्य आकर्षण
1. कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर
इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच अनेक समझौते हुए, जिनमें प्रमुख रूप से डिजिटल
तकनीक, ब्लू इकोनॉमी, ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने
के करार शामिल हैं। भारत ने मॉरीशस को बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अतिरिक्त वित्तीय
सहायता देने का भी आश्वासन दिया है।
2. मॉरीशस मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने संयुक्त रूप से मॉरीशस
मेट्रो एक्सटेंशन प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस परियोजना में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका
रही है और यह मॉरीशस में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को सशक्त बनाएगी।
3. 'मोदी घाट' का उद्घाटन
पीएम मोदी ने मॉरीशस के आप्रवासी घाट को ‘मोदी घाट’ नाम दिया, जिससे यह भारत-मॉरीशस
के ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक बन गया। यह स्थल भारतीय मजदूरों की याद में बनाया गया
है, जो 19वीं सदी में मॉरीशस गए थे।
4. मॉरीशस को सैटेलाइट उपहार
भारत ने मॉरीशस को एक अत्याधुनिक सैटेलाइट उपहार में दिया, जिससे वहां के मौसम पूर्वानुमान,
समुद्री सुरक्षा और कृषि क्षेत्र को लाभ मिलेगा। यह भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' और 'सागर'
(Security and Growth for All in the Region) नीति का हिस्सा है।
5. मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों
को संबोधन
पीएम मोदी ने मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत उनके
साथ हमेशा खड़ा रहेगा। उन्होंने भारत-मॉरीशस के सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने
का संकल्प लिया।
रणनीतिक और कूटनीतिक महत्व
यह यात्रा हिंद महासागर क्षेत्र
में भारत की स्थिति को और मजबूत करने में सहायक होगी। मॉरीशस भारत के लिए न केवल एक
करीबी मित्र है, बल्कि एक रणनीतिक सहयोगी भी है।
यात्रा का निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की
इस यात्रा से भारत-मॉरीशस संबंधों में एक नए युग की शुरुआत हुई है। दोनों देशों ने
द्विपक्षीय व्यापार, सुरक्षा और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं पर
सहमति जताई है। इस यात्रा ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारत अपने मित्र देशों के साथ
मजबूत संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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