भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल एयरस्ट्राइक के बाद, पड़ोसी देश पाकिस्तान की प्रतिक्रिया तीखी और तनावपूर्ण रही। पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन को 'युद्ध की कार्यवाही' करार देते हुए न केवल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शोर मचाया, बल्कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलीबारी और सैन्य गतिविधियों को भी तेज कर दिया।

 

पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के हमलों का जवाब देते हुए उन्होंने कम से कम 5 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। हालांकि भारत ने इस दावे को पूरी तरह खारिज किया है और इसे 'झूठा प्रचार' बताया है। भारत का कहना है कि सभी राफेल और सुखोई विमान सुरक्षित लौट आए हैं और कोई हानि नहीं हुई है। लेकिन यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान इस सैन्य कार्रवाई से बुरी तरह बौखला गया है और अब सीमा पर उकसावे की नीति अपना रहा है।

 

गोलाबारी और नागरिक क्षति
LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान ने अकारण गोलीबारी शुरू कर दी है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के कई गांवों को निशाना बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक कम से कम 12 नागरिकों की मौत हो चुकी है और दर्जनों घायल हैं। भारतीय सेना ने भी इसका करारा जवाब दिया है, लेकिन भारत ने नागरिकों को प्राथमिकता देते हुए सीमा क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है

 

पाकिस्तान की राजनीतिक प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर बयान देते हुए कहा कि "भारत ने पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला किया है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हम अपने देश की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे।" पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और चीन सहित कई देशों से हस्तक्षेप की अपील की है।

 

भारत का जवाब
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि "भारत ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया है, न कि पाकिस्तान की सेना या नागरिक क्षेत्रों को। यह हमारी आत्मरक्षा की कार्रवाई थी, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत वैध है।" साथ ही भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान आगे कोई भी उकसाने वाली कार्रवाई करता है, तो भारत का जवाब और अधिक निर्णायक होगा।

 

मीडिया और विश्लेषकों की राय
राजनीतिक और रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान की यह प्रतिक्रिया अपेक्षित थी, क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष खुद को 'शिकार' के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है। लेकिन भारत के पास इस बार सभी खुफिया और तकनीकी प्रमाण हैं कि हमलों का उद्देश्य केवल आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई करना था।

 

निष्कर्ष:

ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को न केवल सैन्य रूप से झटका दिया, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी घेर दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान क्या कदम उठाता है और भारत की रणनीति क्या रुख अपनाती है।