पूर्णिया से डॉ. गौतम पाण्डेय की रिपोर्ट: महिखंड नया टोला में 14 वर्षीय बालिका के साथ हुई दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च आर एन साव चौक से शुरू होकर टैक्सी स्टैंड होते हुए पुनः आर एन साव चौक पर समाप्त हुआ। कैंडल मार्च का नेतृत्व जेएसपी के जिला अध्यक्ष बंटी यादव ने किया।

 

घटना की पृष्ठभूमि:

12 फरवरी को पूर्णिया जिला के बी कोठी प्रखण्ड अंतर्गत महिखंड नया टोला में एक 14 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने न केवल पूर्णिया बल्कि पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है। जेएसपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि दोषियों की जल्द-से-जल्द गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल चलाकर उन्हें फांसी की सजा दी जाए।

 

कैंडल मार्च और जेएसपी की मांगें:

कैंडल मार्च के दौरान जेएसपी कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है। जेएसपी के कसबा विधानसभा भावी उम्मीदवार इरशाद पुनर्वी ने कहा, “महिखंड की यह घटना अकेली नहीं है, बिहार में आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। जब तक दोषियों को फांसी की सजा नहीं मिलती, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।"

 

सरकार पर आरोप और इस्तीफे की मांग:

जेएसपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की। महिला अध्यक्षा सुनीता सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही है। ऐसी घटनाओं के बाद भी वे निष्क्रिय बने हुए हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझते हुए तुरंत कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।”

 

घटना की ताजा स्थिति:

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस घटना में तीन लोगों को नामजद किया गया है। इनमें से दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। गिरफ्तार युवकों को पूर्णिया लाकर पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। घटना के बाद से ही इलाके में भारी आक्रोश है, जिसे देखते हुए पुलिस ने महिखंड नया टोला और आसपास के इलाकों में दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।

 

पुलिस की प्रतिक्रिया:

पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।

 

घटना का विवरण:

12 फरवरी की शाम मृतका अपने घर से लगभग एक किलोमीटर दूर मक्का के खेत में घास काटने गई थी। इसी दौरान तीन युवकों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी। जब देर रात तक बालिका घर नहीं लौटी, तो परिवार और ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की और उसे मक्के के खेत में मृत पाया।

 

प्रदर्शन और जनाक्रोश:

इस घटना के विरोध में 13 फरवरी को उग्र भीड़ ने मृतका के शव के साथ प्रदर्शन किया और सड़क तथा बड़हरा कोठी-बिहारीगंज रेल लाइन को घंटों जाम रखा। रेल परिचालन में व्यवधान डालने के आरोप में रेलवे पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

 

जेएसपी नेताओं की भागीदारी:

कैंडल मार्च में जेएसपी जिला अध्यक्ष बंटी यादव के साथ जिला प्रभारी सत्यनारायण शर्मा, जिला सचिव डॉ. कृष्ण मोहन, महिला अध्यक्षा सुनीता सिंह, जिला कार्यालय प्रभारी अमरनाथ उपाध्याय, वरिष्ठ नेता चंदर दीप सिंह, विनय सिंह, मंजूर आलम, कसबा विधानसभा के भावी उम्मीदवार इरशाद पुनर्वी और रुपौली के भावी उम्मीदवार परशुराम यादव समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए।

 

निष्कर्ष:

महिखंड नया टोला की यह घटना बिहार में महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जेएसपी कार्यकर्ताओं का यह विरोध प्रदर्शन प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो आंदोलन और तेज होगा।