वॉशिंगटन: अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के समूह क्वाड (QUAD) ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रुख अपनाते हुए कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। वॉशिंगटन में आयोजित क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में स्पष्ट कहा गया है कि इस आतंकी हमले को अंजाम देने वाले अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जाए।

क्वाड में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका के मार्को रुबियो, जापान के ताकेशी इवाया, और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग शामिल हुए। बैठक के दौरान आतंकवाद, क्षेत्रीय सुरक्षा और इंडो-पैसिफिक में स्थिरता को लेकर गंभीर विमर्श हुआ।

आतंकवाद पर सख्त रुख

22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी कार्रवाई की थी। इस संदर्भ में क्वाड ने अपने बयान में कहा,

हम इस निंदनीय आतंकी कृत्य के पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप, सभी सदस्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की अपील करते हैं।

इंडो-पैसिफिक में चीन पर नजर

बैठक में सिर्फ आतंकवाद ही नहीं, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता भी प्रमुख मुद्दा रहा। संयुक्त बयान में चीन का नाम लिए बिना स्पष्ट रूप से क्षेत्रीय विस्तारवाद और बल प्रयोग की निंदा की गई। बयान में कहा गया कि क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री स्वतंत्रता की रक्षा आवश्यक है और किसी भी देश को "बलपूर्वक रेखाएं खींचने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।"

क्वाड ने दोहराया कि समुद्री कानूनों और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का सम्मान किया जाना चाहिए, जिससे समुद्री मार्गों में शांति और समृद्धि बनी रहे। यह संकेत सीधे तौर पर दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामक गतिविधियों की ओर था।

भारत का नेतृत्व निर्णायक

बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत के रुख और हालिया अभियानों की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी आतंकी हमले का सख्त जवाब देने की नीति पर कायम है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए आतंकियों के खिलाफ भारत की तत्परता और निर्णायक कार्रवाई पर जोर दिया।

निष्कर्ष

क्वाड की यह बैठक एक बार फिर इस बात का संकेत देती है कि भारत अब वैश्विक मंचों पर केवल भागीदार नहीं, बल्कि निर्णयकर्ता भूमिका निभा रहा है। पहलगाम हमले की निंदा और आतंकवाद पर सख्त बयान से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की भारत की नीति को मजबूती मिली है। साथ ही, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के खिलाफ साझा रणनीति भी इस गठबंधन को और प्रभावशाली बनाती है।