नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
कल दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ियों के निवासियों के लिए 1,675 फ्लैटों और दो शहरी पुनर्विकास
परियोजनाओं सहित कई विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ)
ने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी के लिए आवास की अपनी प्रतिबद्धता
के अनुरूप तीन जनवरी को दोपहर करीब 12:10 बजे दिल्ली के अशोक विहार स्थित स्वाभिमान
अपार्टमेंट में इन-सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना के तहत झुग्गी झोपड़ी (जेजे) समूहों
के निवासियों के लिए नवनिर्मित फ्लैटों का दौरा करेंगे। इसके बाद करीब 12:45 बजे वे
दिल्ली में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री दिल्ली के अशोक विहार में झुग्गी बस्तियों के
निवासियों के लिए 1,675 नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे और पात्र लाभार्थियों
को स्वाभिमान अपार्टमेंट की चाबियां भी सौंपेंगे। नवनिर्मित फ्लैटों के उद्घाटन से
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा दूसरी सफल इन-सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना के
पूरा होने का संकेत मिलेगा। इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली में झुग्गी बस्तियों के
निवासियों को उचित सुख-सुविधाओं से सुसज्जित बेहतर और स्वस्थ रहने का माहौल प्रदान
करना है। सरकार द्वारा फ्लैट के निर्माण पर खर्च किए गए प्रत्येक 25 लाख रुपये के लिए,
पात्र लाभार्थी कुल राशि का 7 प्रतिशत से भी कम भुगतान करते हैं, जिसमें 1.42 लाख रुपये
का नाममात्र योगदान और पांच साल के रखरखाव के लिए 30,000 रुपये शामिल हैं।
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री दो शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं नौरोजी नगर में विश्व
व्यापार केंद्र (डब्ल्यूटीसी) और सरोजिनी नगर में जनरल पूल आवासीय आवास (जीपीआरए) टाइप-II
क्वार्टर का भी उद्घाटन करेंगे। नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ने 600 से ज़्यादा
जीर्ण-शीर्ण क्वार्टरों को अत्याधुनिक वाणिज्यिक टावरों से बदलकर इस क्षेत्र को बदल
दिया है, जो उन्नत सुविधाओं के साथ लगभग 34 लाख वर्ग फ़ीट प्रीमियम वाणिज्यिक स्थान
प्रदान करता है। इस परियोजना में हरित भवन प्रथाओं को शामिल किया गया है, जिसमें शून्य-निर्वहन
अवधारणा, सौर ऊर्जा उत्पादन और वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसे प्रावधान शामिल हैं।
सरोजिनी नगर में जीपीआरए टाइप-II क्वार्टर में 28 टावर शामिल हैं, जिनमें 2,500 से
ज़्यादा आवासीय इकाइयां हैं, जो आधुनिक सुविधा और जगह का कुशल उपयोग प्रदान करती हैं।
परियोजना के डिज़ाइन में वर्षा जल संचयन प्रणाली, सीवेज और जल उपचार संयंत्र, और सौर
ऊर्जा से चलने वाले अपशिष्ट कॉम्पैक्टर शामिल हैं जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन
को प्रोत्साहित करते हैं।
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री दिल्ली के द्वारका में सीबीएसई के एकीकृत कार्यालय परिसर
का भी उद्घाटन करेंगे, जिस पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें कार्यालय,
ऑडिटोरियम, उन्नत डेटा सेंटर, व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली आदि शामिल हैं। पर्यावरण के
अनुकूल इस इमारत का निर्माण उच्च पर्यावरणीय मानकों के अनुसार किया गया है और इसे भारतीय
हरित भवन परिषद (आईजीबीसी) के प्लेटिनम रेटिंग मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है।
प्रधानमंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई
परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर
में एक अकादमिक ब्लॉक और द्वारका में पश्चिमी परिसर में एक अकादमिक ब्लॉक शामिल है।
इसमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन भी शामिल है, जिसमें शिक्षा
के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
सौजन्य: हि.स.
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