जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती के बयान से राजनीति तेज हो गयी है। रविवार को इल्तिजा ने हिंदुत्व को एक बीमारी करार दिया। इतना ही नहीं, इल्तिजा तो जय श्री राम के नारे को भी लॉन्चिंग से जोड़ दिया। इल्तिजा सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया जिसमे कथित तौर पर एक मुस्लिम युवक को पीटा जा रहा था। उनके इस बयान के बाद भाजपा हमलावर हो गयी है। भाजपा नेताओं ने इस बयान के लिए इल्तिजा की जमकर आलोचना की है।

 

रविवार को अपने सोशल मीडिया पर किये गए पोस्ट में इल्तिजा ने कहा यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सर झुका लेंगे की नाबालिग मुस्लिम लड़कों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से पीटा जा रहा है क्यूंकि उसने राम का नाम लेने से इंकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है , जिसने लाखों भारतियों को प्रभावित किया है और भगवान् के नाम को कलंकित किया है। इल्तिजा ने कहा की हिंन्दू और हिंदुत्व दो अलग-अलग धर्म हैं। यह एक हो ही नहीं सकते क्यूंकि हिंदुत्व हिन्दुओं के राज को फैलाना चाहता है जबकि हिन्दू धर्म शांति की बात करता है।

 

वीर सावरकर की देन है हिंदुत्व – इल्तिजा

इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि इन दोनों में बहुत अंतर है। एक तरफ हिंदुत्व नफरत का एक दर्शन है और यह नफरत की बात करता है। इसे वीर सावरकर ने 1940 के दशक में पूरे भारत में फैलाया था। उनका दर्शन था की भारत हिन्दुओं का है और यह उन्ही के लिए है। इल्तिजा ने कहा कि हिंदुत्व से अलग हिन्दू धर्म, इस्लाम की ही तरह धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है। हमें हिन्दू धर्म को बचाना होगा। हमें देखना होगा की इसे जानबूझकर ख़राब न किया जाय।

 

अपमानजनक भाषा के लिए माफ़ी मांगे इल्तिजा - भाजपा

इल्तिजा मुफ़्ती के बयान के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा नेता रविंद्र रैना ने कहा कि इल्तिजा मुफ़्ती द्वारा की गई टिपण्णी बहुत ही अपमानजनक है। उन्हें इसके लिए तत्काल माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा की पीडीपी नेता ने हिन्दुओं के खिलाफ बहुत ही अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं लेकिन हमें अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह सही नहीं है। इल्तिजा मुफ़्ती को इसके लिए तुरंत माफ़ी मांगनी चाहिए।