महाकुम्भ नगर: वृन्दावन से महाकुम्भ में पधारे
चतु:संप्रदाय के श्री महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
की सराहना करते हुए कहा कि वह विश्व में भारत व सनातन का झण्डा ऊँचा कर रहे हैं। वैष्णव
परम्परा में चतु:संप्रदाय को वैरागियों का सुप्रीम कोर्ट कहा जाता है। जगद्गुरू बनाने
से लेकर संतों की समस्याओं को सुलझाने व उन्हें दण्डित व निष्कासित करने का अधिकार
चतु:सम्प्रदाय के श्री महंत के पास ही होता है। चतु:सम्प्रदाय के श्री महंत फूलडोल
बिहारी दास महाराज से हिन्दुस्थान समाचार के वरिष्ठ संवाददाता बृजनन्दन राजू ने धर्म
व अध्यात्म के अलावा अन्य कई विषयों पर विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत है उनसे बातचीत
के संक्षिप्त अंश...
प्रश्न : महाराज जी आप वृन्दावन से हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए हिन्दुओं
को कब तक इंतजार करना पड़ेगा?
उत्तर: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर भव्य दिव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण
हो रहा है। वहां पर रामलला विराजमान हो चुके हैं। हिन्दुओं को मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि
और काशी विश्वनाथ मंदिर जल्द ही मिलेगी। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अगर भाजपा
की सीट कम नहीं हुई होती तो मथुरा व काशी के स्थल हमें और जल्दी प्राप्त हो जाते।
प्रश्न : हिन्दुओं की जन्मदर घट रही है,क्या कहेंगे महराज जी?
उत्तर: यह जागने का समय है। आज वोट की राजनीति है। वोट से ही सारे निर्णय होते
हैं। इसलिए ऐसे लोगों को जिताओ जो भारत की संस्कृति की रक्षा करता हो। हिन्दुओं को
जनसंख्या बढ़ानी चाहिए, अन्यथा देश में जनसंख्या असंतुलन का खतरा पैदा हो जायेगा। मुसलमान
अपनी जनसंख्या बढ़ाने में लगे हैं तो हिन्दू युवा अधिकारी व कलेक्टर बनने में लगे हैं।
सभी छोटे-छोटे कारोबार पर मुस्लिमों का कब्जा हो गया है।
प्रश्न : भारत विश्वगुरू था। आज विकसित भारत बनाने की बात हो रही है? आप क्या
कहेंगे?
उत्तर : भारत विश्वगुरू था है ओर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व में
भारत का झण्डा ऊंचा कर रहे हैं। भारत विकसित भी बनेगा। आज का नवयुवक अपने सनातन धर्म
को नहीं समझते हैं। हिन्दू सनातन है। हमें आज ईसाई मुसलमान से दुख नहीं है हिन्दू से
ही दुख है। हिन्दू ही हिन्दू परम्पराओं का विरोध करता है। हम मातृशक्ति को विद्या को
अधिष्ठात्री देवी सरस्वती कहते हैं। धन की देवी को लक्ष्मी कहते हैं। देश समाज व राष्ट्र
पर संकट हो तो दुर्गा व काली बनना पड़ता है।
प्रश्न :महाकुम्भ में मुख्यमंत्री की विशेष निगरानी के बावजूद इतना बड़ा हादसा
कैसे हो गया?
उत्तर : महाकुम्भ का मेलाधिकारी साधु व ब्राह्मणों का कट्टर विरोधी है। वह संत
व सनातन का सम्मान नहीं करता है। वह हिन्दू नहीं है बौद्ध धर्म को मानता है। सनातन
के साथ-साथ मोदी व योगी को बदनाम करने के लिए यह हादसा मेलाधिकारी ने कराया है। यह
कांड उसी का है। दो दिन तक सारे पीपा पुल क्यों बंद रखे गये? इस हादसे की निष्पक्ष
जांच होनी चाहिए।
प्रश्न : वक्फ बोर्ड पर महाराज जी क्या कहेंगे?
उत्तर:वक्फ बोर्ड समाप्त होना चाहिए। समान नागरिक संहिता बननी चाहिए। जो भारत
का विरोध करता है वह हिन्दू नहीं है। देश का सत्यानाश कांग्रेस ने किया। कांग्रेस ने
हमेशा मुस्लिमों का पक्ष लिया। जब भारत का विभाजन कर दिया तो वक्फ बोर्ड क्यों बनाया।
प्रश्न : महराज ही चतु: सम्प्रदाय क्या है?
उत्तर: वैष्णव धर्म में श्री सम्प्रदाय, हंस सम्प्रदाय, ब्रह्म सम्प्रदाय व
रूद्र सम्प्रदाय ऐसे चार प्रमुख सम्प्रदाय हैं। चतु: सम्प्रदाय वैरागियों का सुप्रीम
कोर्ट है। जगद्गुरू,महामण्डलेश्वर व आचार्य बनाने का निर्णय हमारे सभी चारों सम्प्रदायों
के महंतों की सहमति से होता है। यहां पर दण्ड देने का भी विधान है। दण्ड भी यहीं दिया
जाता है। विवाद का समाधान यहीं होता है। सब समान बैठकर निर्णय करते हैं। यहां अंगुली
दिखाने पर दण्ड लगता है।
प्रश्न : युवाओं को आप का क्या संदेश है?
उत्तर : हिन्दू बनों सनातनी बनो। बच्चों को पहले सनातन की शिक्षा देनी चाहिए।
युवाओं को समझाना चाहिए मोबाइल कम देखो। सही समय पर लड़कियों की शादी कर देनी चाहिए।
नवयुवक सनातन को समझो विधर्मियों को ईंट का जवाब पत्थर से दो। हमारे पूर्वज अकबर व
औरंगजेब के सामने झुके नहीं उनसे संघर्ष किया। हिस
हिन्दुओं को जल्द मिले काशी विश्वनाथ व श्रीकृष्ण जन्मभूमि : श्रीमहंत फूलडोल बिहारी दास

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