1.  सहरसा: जिला कांग्रेस कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि शोक सभा आयोजन किया गया।

श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित वरीय नेता डॉ तारानंद सादा ने उनके निधन पर दुःख प्रकट करते हुये कहा कि भारत ने दूरदर्शी नेता ख़ो दिया है। जिन्होंने भारत को सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार,आम नागरिकों के पहचान और सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आधार कार्ड, 2008 में किसानों का एक मुश्त 60 हज़ार करोड़ ऋण माफ़ी, अमेरिका के साथ निकुलियर समझौता और मनरेगा के तहद कम कम सौ दिन की रोज़गार गारंटी योजनाओं का लाभ दिया। साथ हीं वर्ष 1990 में देश की आर्थिक से जूझ रहे अर्थ व्यवस्था को सुधारते हुए टी डी पी को उच्चतम सत्तर तक पहुंचाया और महंगाई पर लगाम लगाया। मनमोहन साहब ईमानदारी, सादगी, समर्पण, सेवा और सरलता के मिशाल थे। मनमोहन सिंह के निधन देश की राजनीति और आर्थिक इतिहास में एक युग का अंत हो गया है जो लम्बे समय तक महसूस की जायेगी। यह दुखद बात है मनमोहन जी के दाह संस्कार में भी भाजपा सरकार ने राजनीति करने से भी पीछे नहीं रहा। उनकी दिगंवत आत्मा को परम पिता परमेश्वर शांति प्रदान करें। ऐसे महान हस्ती को शत शत नमन करता हूं ।

जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार झा ने कहा कि मनमोहन बाबू कांग्रेस के हीं नहीं सभी दलों के राजनेताओं के दिल में बसते थे। वित्त मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक के सफऱ में उन्होंने भारत को हर क्षेत्र में प्रगति कराया और विश्व में भारत को लोहा मनवाया। भारत के महान सपूत थे जो अपने लिए नहीं भारत के लोगों लिए थे। प्रधानमंत्री रहते हुए उनको मात्र मारुति 800 की छोटी थी और अपनी परिजनों को सरकारी गाड़ी में कभी नहीं बैठाया। ऐसे साधारण व्यक्ति हमलोगों के प्रेरणा श्रोत हैं।

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सौजन्य: (हि.स.)