पूर्णिया: रामबाग क्षेत्र में आयोजित प्रतियोगी
परीक्षा के कारण सड़कों पर भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मिल्लिया कॉन्वेंट
स्कूल में आयोजित इस परीक्षा के केंद्र के कारण एक किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों
को दो घंटे से अधिक का समय लग रहा है। कमोबेश यही स्थिति पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के
पास भी है।
स्थानीय प्रशासन और स्कूल प्रबंधन
द्वारा इस समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न
हुई है। जिसका सीधा असर पूर्णिया से कस्बा आने-जाने वाले लोगों पर पड़ रहा है। उन्हें
इस जाम में फंसकर काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही, रामबाग के निवासी भी इस समस्या
से जूझ रहे हैं। उन्हें अपने घर के पास रहते हुए भी सड़क पर दो घंटे तक फंसे रहना पड़
रहा है।
यह स्थिति स्पष्ट रूप से दर्शाती
है कि प्रशासन को इस तरह की परीक्षाओं के आयोजन से पहले ही यातायात व्यवस्था को दुरुस्त
करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इससे न केवल परीक्षार्थी बल्कि आम जनता को भी
परेशानी से बचाया जा सकता है।
जाम की समस्या के कारण:
प्रशासन की उदासीनता: स्थानीय प्रशासन द्वारा यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई।
· स्कूल प्रबंधन की लापरवाही: स्कूल प्रबंधन ने भी इस समस्या
से निपटने के लिए कोई पहल नहीं की।
· पर्याप्त पार्किंग की सुविधा
का अभाव: परीक्षा
केंद्र के आसपास पर्याप्त पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण वाहन सड़क पर ही खड़े
हो जाते हैं जिससे जाम लग जाता है।
· एक ही समय में बड़ी संख्या में
लोगों का आना:
परीक्षा के समय एक ही समय में बड़ी संख्या में लोग परीक्षा केंद्र पर पहुंचते हैं जिससे
सड़कों पर भीड़ बढ़ जाती है और जाम लग जाता है।
इस समस्या का समाधान:
· पूर्व नियोजन: प्रशासन को इस तरह की परीक्षाओं
के आयोजन से पहले ही यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए एक विस्तृत योजना बनानी
चाहिए।
· पर्याप्त पार्किंग की सुविधा: परीक्षा केंद्र के आसपास पर्याप्त
पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
· एकतरफा यातायात: परीक्षा के समय परीक्षा केंद्र
के आसपास एकतरफा यातायात लागू किया जा सकता है। पूर्णिया से खुश्कीबाग की तरफ जाने
अथवा खुश्कीबाग से पूर्णिया की तरफ आने के लिए रास्ता लाइन बाजार से खोलना चाहिए। जो
कि अभी सभी बड़ी-छोटी गाड़ियां वाया प्रोफेसर कॉलोनी रामबाग हो कर गुजरती है। जिस की
वजह से भयानक जाम की स्थिति बन जाती है।
· जनता को जागरूक करना: लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए
कि वे परीक्षा केंद्र के आसपास वाहन न खड़े करें।
· पुलिस बल की तैनाती: परीक्षा केंद्र के आसपास अधिक
संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर यातायात को नियंत्रित किया जा सकता है।
और अंत में:
प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन
शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन, यह सुनिश्चित करना भी
आवश्यक है कि परीक्षाओं के आयोजन के दौरान आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
प्रशासन और स्कूल प्रबंधन को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए।
यह समस्या न केवल पूर्णिया के
लिए बल्कि देश के अन्य शहरों के लिए भी एक सबक है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि
इस तरह की घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों।
आप क्या सोचते हैं कि बताए गए
उपायों को अमल में लाकर जाम की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है? अपना विचार नीचे
कमेंट में अवश्य दें।
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