1.  पूर्वी चंपारण: जिला के पद मुक्त किये गये जीविका कैडरो ने शनिवार को बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ (ऐक्टू) के बैनर तले जिला समाहरणालय में दो दिवसीय भूख हड़ताल शुरू किया।

इस संघ के जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार ने अनशनकारियो को संबोधित करते हुए कहा कि जीविका कैडर 9 सितंबर से 26 नवम्बर तक अपनी दस सूत्री मांगो के समर्थन मे पुरे बिहार मे अनिश्चितकालिन हड़ताल पर थे। जैसे ही कैडर 30 नवम्बर 2024 को काम पर लौटे तो कैडरों को बिना कोई स्पष्टीकरण के हटाया जाने लगा।अब तक करीब 50 कैडरों को कार्यमुक्त कर दिया गया है।

हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि अविलंब सेवामुक्त कैडरों को सेवा में ले अन्यथा संगठन चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगी।

भूख हड़ताल पर बैठे जीविका कैडरों को संबोधित करते ऐक्टू के जिला नेता दिनेश प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जीविका कैडरों का मानदेय रोकने का आदेश पूरी तरह नीतीश सरकार को खारिज करना होगा। उन्होंने कहा कि 11 लाख जीविका समूह में शामिल करीब डेढ करोड़ (1.5 करोड़) जीविका दीदियों को संगठित एवं संचालित करने वाले जीविका कैडरों के मानदेय का अधिकार बिहार की आधी आबादी का प्रश्न है। अकारण हटाए गए जीविका कैडरों को सेवा में अविलंब जिला प्रशासन को लेना होगा। भूख हड़ताल बैठे कैडरो में प्रदेश सचिव सुनील जायसवाल, जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार सिंह, नवीन भास्कर गुप्ता, शिवनाथ राम,रिंकू देवी शमशाद आलम, रामेश्वर राम, नीरज कुमारी रेखा कुमारी, राधा कुमारी, जिला कोषाध्यक्ष आर.के विनोद जिला महासचिव रिकू देवी जिला उपाध्यक्ष नंदकिशोर, जिला सचिव गुड़िया गोस्वामी, सरस्वती कुमारी, राजू पटेल, संतोष पटेल, संजय गिरी शामिल है।

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सौजन्य: (हि.स.)