नई दिल्ली: कांग्रेस के
राज्यसभा सदस्य राजीव
शुक्ला ने सोमवार
को कहा कि दिल्ली में
जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय
शहरी नवीकरण मिशन
(जेएनएनयूआरएम) के तहत
बनाए गए 35 हजार
744 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में से केवल 4,833 फ्लैट ही
आवंटित किए गए हैं। बाकी
के फ्लैट आवंटन
की बाट जोह रहे हैं।
उन्होंने इस देरी
के लिए केंद्र
की भाजपा और
दिल्ली की आआपा सरकार को
जिम्मेदार ठहराया।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय
में एक संवाददाता
सम्मेलन में शुक्ला
ने आरोप लगाया
कि दिल्ली में
आआपा और भाजपा
में अच्छे कार्यों
का श्रेय लेने
की आपस में होड़ लगी
हुई है। इसकी
वजह के जनोन्मुखी
योजनाएं धूल फांक
रही हैं।
शुक्ला ने कहा कि डा.
मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र
सरकार ने 2,415 करोड़
रुपये के बजट के साथ
जेएनएनयूआरएम के तहत
14 स्थानों पर ईडब्ल्यूएस
के 52,344 फ्लैटों के निर्माण
को मंजूरी दी
थी। इन्हें बनाने
का जिम्मा डीएसआईडीसी
और दिल्ली शहरी
आश्रय सुधार बोर्ड
(डीयूएसआईबी) को दिया
गया था। इनमें
से 35,744 फ्लैटों का निर्माण
कई साल पहले
पूरा हो गया था। उनमें
से केवल 4,833 फ्लैट
आवंटित किए गए हैं। हालांकि,
कुल 30,303 फ्लैट आवंटन
के लिए तैयार
हैं लेकिन भाजपा
और आआपा की लड़ाई के
कारण उन्हें आवंटित
नहीं किया जा सका है।
निर्माणाधीन 16,600 फ्लैट भी
जीर्ण-शीर्ण अवस्था
में हैं।
राजीव शुक्ला ने
कहा कि केंद्र
की मोदी सरकार
ने दिसंबर, 2020 में
कहा कि अफोर्डेबल
रेंटल हाउसिंग कांप्लेक्स
योजना के तहत ये आवास
प्रवासी और गरीबों
को दे दिए जाएं लेकिन
दिल्ली के तत्कालीन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
इन घरों को दिल्ली की
पुनर्वास नीति-2015 के तहत झुग्गी झोंपड़ी
वालों को देने पर अड़े
रहे। शुक्ला ने
सवाल उठाया कि
दोनों सरकारों के
इस अड़ियल रुख
के कारण एमओयू
नहीं हुआ, जबकि
दोनों ही चाहती
हैं कि फ्लैट
गरीबों को मिलें।
अंततः 18 सितंबर 2023 को दिल्ली
हाई कोर्ट ने
एक उच्चाधिकार प्राप्त
समिति गठित कर निर्देश दिया था कि फ्लैट
जल्द से जल्द आवंटित किए
जाएं लेकिन यह
बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है
कि दिल्ली हाई
कोर्ट के निर्देश
के बाद भी दिल्ली सरकार
और केंद्र सरकार
ने कोई कार्रवाई
नहीं की। हद तो तब
हो गई जब पुनः हाई
कोर्ट ने 10 जुलाई
2024 को दिशा-निर्देश
देते पूर्व के
आदेश का पालन करने को
कहा। अदालत ने
यह भी कहा कि गरीबों
को ये फ्लैट्स
न देना, न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण
है बल्कि यह
गरीबों के साथ गंभीर अन्याय
भी है।
राजीव शुक्ला ने
शीला दीक्षित सरकार
को याद करते
हुए कहा कि दिल्ली में
जो भी तमाम विकासपरक काम हुए,
वह शीला दीक्षित
की सरकार के
दौरान हुए। उन्होंने
कहा कि मुझे विश्वास है कि 5 फरवरी को
दिल्लीवासी फिर से
कांग्रेस की सरकार
चुनेंगे। -हि.स.-
जेएनएनयूआरएम के तहत बने ईडब्ल्यूएस फ्लैटों को लेकर सियासत, कांग्रेस ने आआपा और भाजपा को घेरा

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