मनुष्य स्वस्थ रहने के लिए तरह-तरह की चीजें खाते हैं। कभी किसी ने सलाह दे दी कि ये चीजें खाने से मनुष्य स्वस्थ रहता है। कभी उसका सीजन नहीं होता और बाजार में आसानी से उपलब्ध ना हो तो वो डब्बा बंद चीजे खाने लगता है। परन्तु, वह ये नहीं सोचता कि डब्बा बंद चीजों को लम्बे समय तक तरो-ताजा रखने के लिए कई प्रकार के केमिकल मिलाए जाते हैं ताकि वो चीज ख़राब ना हो। वह यह भी नहीं देखता है कि वो चीज किस प्रकार के डब्बे में रखा हुआ है। आज कल ज्यादातर टिन के डब्बे में कई प्रकार के फल व सब्जियां बाजारों में उपलब्ध हैं। ये बात भी सत्य है कि डब्बा बंद खानों में कई पौष्टिक तत्व भी मिलाए जाते हैं। फिर भी, केमिकल मिश्रित डब्बा बंद फल या सब्जियां इतना अधिक हानिकारक होता है कि इसे इस्तेमाल करने वाले लगभग 90 प्रतिशत लोगों को कैंसर होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसे इस्तेमाल करने वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा भी हो सकता है।


सद्गगुरु ने बताया कि वह कैन या बोतल में रखा व आने वाला कोई भी फूड नहीं खाते हैं। उन्होंने कहा कि फूड को प्लांट से आना चाहिए, न कि कैन या बोतल से। हालाँकि उन्होंने ये भी कहा कि अगर जिंदगी और मौत की बात हो तो उस खास वक्त पर इसका सेवन जरूर कर सकते हैं, लेकिन हमेशा नहीं। कई बार कुछ बिमारियों में भी इस प्रकार का खाना खाने की सलाह दी जाती है क्यूंकि इसमें कई प्रकार के पौष्टिक तत्व भी डाले जाते हैं।


इसलिए आप को सलाह दी जाती है कि जितना हो सके डिब्बा बंद खाना खाने से बचें। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।