पूर्णिया/नई दिल्ली: पेड़, प्रकृति का वह अमूल्य वरदान हैं, जिनके बिना जीवन की कल्पना असंभव है। एक स्वस्थ पेड़ हर दिन लगभग 230 लीटर ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है, जिससे सात लोगों को सांस लेने की शुद्ध हवा मिलती है। लेकिन अगर हम इसके आस-पास कचरा जलाते हैं, तो यह क्षमता आधी रह जाती है। इस प्रकार, तीन लोगों के लिए जीवनदायिनी ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक जाती है। यह तथ्य हमें जागरूक करता है कि पेड़ों की सुरक्षा और उनके संरक्षण पर ध्यान देना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

 

पर्यावरणविद् डॉ. शम्स परवेज ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पेड़ों के महत्व और उनकी रक्षा के उपायों पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि पेड़ लगाने के पांच प्रमुख लाभ हैं:

 

  1. ऑक्सीजन का स्रोत: पेड़ मानव जीवन के लिए प्राणवायु प्रदान करते हैं।
  2. मिट्टी का संरक्षण: यह मिट्टी के क्षरण को रोकते हैं और उसे बांधकर रखते हैं।
  3. भूजल स्तर में सुधार: पेड़ों की जड़ें भूजल पुनर्भरण में सहायक होती हैं।
  4. तापमान नियंत्रण: पेड़ों से ढकी जगहों का तापमान अन्य स्थानों की तुलना में 3-4 डिग्री सेल्सियस कम होता है।
  5. वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी: पेड़ न केवल हवा को शुद्ध करते हैं बल्कि शोर को भी कम करते हैं।

 

पेड़ों का श्वसन और रात के समय सावधानी
पेड़ों में दिन के समय प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया होती है, जिसमें वे कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया पेड़ों को धरती के सबसे बड़े जीवनदायिनी संसाधनों में से एक बनाती है। लेकिन रात के समय स्थिति बदल जाती है। अधिकतर पेड़ ऑक्सीजन को अवशोषित करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। यही कारण है कि रात के समय पेड़ों के नीचे सोने की सलाह नहीं दी जाती।

 

पेड़ों की श्वसन प्रक्रिया उनके पत्तों में मौजूद सूक्ष्म छिद्रों (स्टोमेटा) के माध्यम से होती है। ये छिद्र हवा के साथ गैसों का आदान-प्रदान करते हैं। दिन के समय सूर्य के प्रकाश से पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को मिलाकर ग्लूकोज और ऑक्सीजन बनाते हैं। यह प्रक्रिया न केवल पेड़ों के लिए ऊर्जा का स्रोत है, बल्कि पर्यावरण को ऑक्सीजन प्रदान करने का आधार भी है।

 

पेड़ों की कटाई: पर्यावरणीय संकट
आज, पेड़ों की अनावश्यक कटाई पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है। पेड़ों की कमी के कारण न केवल हवा की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बढ़ता है।

 

पेड़ों को बचाने के उपाय

  • अपने आस-पास पेड़ों की कटाई न होने दें और इसके खिलाफ आवाज उठाएं।
  • पेड़ों के आसपास आग न लगाएं और प्रदूषण न फैलाएं।
  • हर 50 मीटर की दूरी पर एक पेड़ अवश्य लगाएं।
  • समुदायों को जागरूक करें और अधिक से अधिक पौधे लगाएं।

 

पेड़ न केवल हमारी सांसों का सहारा हैं, बल्कि पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित रखने और जलवायु संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। आइए, हम सब मिलकर पेड़ों को बचाने और अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लें ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरित पृथ्वी का निर्माण हो सके।