नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही सियासी सरगर्मी चरम
पर पहुंच गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच तीखी
बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद
केजरीवाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बड़ा दावा किया कि बीजेपी ने रमेश
बिधूड़ी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। उनके इस बयान ने दिल्ली
के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है।
केजरीवाल का बड़ा दावा
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि
उन्हें सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने रमेश बिधूड़ी
को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। उन्होंने रमेश बिधूड़ी
को बधाई देते हुए कहा, “रमेश बिधूड़ी को बताना चाहिए कि सांसद रहते हुए उन्होंने
दिल्ली के लिए क्या काम किया। उनका दिल्ली के विकास को लेकर क्या विजन है?”
इसके साथ ही केजरीवाल ने दोनों दलों के मुख्यमंत्री
उम्मीदवारों के बीच सार्वजनिक बहस की मांग करते हुए कहा, “दिल्ली की जनता को यह
जानने का अधिकार है कि उनके नेता उनकी समस्याओं को कैसे हल करेंगे। मैं बीजेपी को चुनौती
देता हूं कि वे अपने सीएम उम्मीदवार को बहस के लिए तैयार करें।”
क्या बीजेपी में AAP का भेदिया?
पत्रकारों ने जब केजरीवाल से पूछा कि उन्हें बीजेपी
के सीएम उम्मीदवार की जानकारी कैसे मिली, तो उन्होंने जवाब दिया, “हमें अंदर से
पता चला है। जैसे हमें शाहदरा में 11,000 फर्जी वोटों की जानकारी मिली थी, वैसे ही
यह भी हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है।”
केजरीवाल के इस बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं
कि क्या बीजेपी के भीतर आम आदमी पार्टी का कोई भेदिया मौजूद है, या यह सिर्फ सियासी
बयानबाजी का हिस्सा है।
आतिशी का समर्थन
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी पहले रमेश बिधूड़ी
को बीजेपी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का दावा किया था। उन्होंने कहा था,
“बीजेपी ने गाली-गलौज करने वाले नेता को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने का फैसला किया
है। अब दिल्ली की जनता के पास दो विकल्प हैं: पढ़े-लिखे और काम करने वाले अरविंद केजरीवाल
या गाली देने वाले रमेश बिधूड़ी।”
बीजेपी ने दावों को किया खारिज
बीजेपी ने AAP के दावों को सिरे से खारिज कर दिया
है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे केजरीवाल का चुनावी हथकंडा बताते हुए कहा,
“केजरीवाल अब बीजेपी का सीएम घोषित करेंगे? दिल्लीवाले उनके इन नाटकों को समझते
हैं और 5 तारीख को जवाब देंगे।”
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा
ने भी केजरीवाल के दावे को झूठ करार देते हुए कहा, “केजरीवाल कोई भविष्यवक्ता हैं
क्या? ये सब बयान केवल लोगों को गुमराह करने के लिए दिए जा रहे हैं।”
रमेश बिधूड़ी का विवादित इतिहास
रमेश बिधूड़ी अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों
में रहे हैं। हाल ही में उन्होंने आतिशी और प्रियंका गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां
की थीं। इसके अलावा, उन्होंने एक बार अपने निर्वाचन क्षेत्र में ‘प्रियंका गांधी के
गालों जैसी चिकनी सड़कें’ बनाने का दावा कर नया विवाद खड़ा किया था।
निष्कर्ष
दिल्ली चुनाव से पहले AAP और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप
का यह दौर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास है। अब देखना यह है कि क्या बीजेपी अपने मुख्यमंत्री
उम्मीदवार को लेकर कोई औपचारिक घोषणा करती है या केजरीवाल के दावों को पूरी तरह खारिज
करती है। दिल्ली की जनता का फैसला ही इन सियासी दावों और वादों का भविष्य तय करेगा।
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