इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक
और भारत में उच्चायुक्त रह चुके अब्दुल बासित ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को
लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कई देश पाकिस्तान के परमाणु बम को खत्म करना
चाहते हैं, लेकिन अब इसे रोकना संभव नहीं है। बासित ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने
अपने परमाणु हथियार भारत को ध्यान में रखकर बनाए हैं और अब उसके पास ऐसे हथियार मौजूद
हैं, जो किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
अमेरिका-इजरायल पर निशाना
अब्दुल बासित ने अपने यूट्यूब
चैनल पर जारी वीडियो में कहा कि जब भी अमेरिका में सरकार बदलती है, तो पाकिस्तान के
परमाणु कार्यक्रम को लेकर चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में
दावा किया गया कि डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद अमेरिका और इजरायल मिलकर
पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करने की योजना बना सकते हैं। इस पर प्रतिक्रिया
देते हुए बासित ने कहा कि यह सिर्फ डर फैलाने की साजिश है और पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम
अब किसी भी देश के नियंत्रण में नहीं आ सकता।
बासित ने दावा किया कि अमेरिका,
इजरायल और भारत जैसे देश नहीं चाहते कि पाकिस्तान परमाणु शक्ति के रूप में मौजूद रहे।
उन्होंने कहा, "इस्लामी देशों में पाकिस्तान ही एकमात्र परमाणु ताकत है और
यह कई देशों को पसंद नहीं आता।"
अफगानिस्तान में अमेरिका की नजर
बगराम एयरबेस पर
अब्दुल बासित ने अपने बयान में
अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस एयरबेस
को हासिल करने की कोशिश में है, ताकि वह पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर नजर रख सके।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्य देशों द्वारा परमाणु कार्यक्रमों पर नजर रखना
कोई नई बात नहीं है।
"अमेरिका, भारत और इजरायल
की कोशिश हमेशा पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर नजर रखने की रहती है, लेकिन पाकिस्तान
भी पूरी सतर्कता से इन देशों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखता है," बासित ने कहा।
इजरायल के साथ रिश्ते और बिगड़
सकते हैं
बासित ने यह भी कहा कि पाकिस्तान
के परमाणु कार्यक्रम के लिए सबसे बड़ा खतरा इजरायल को माना जाता है। उन्होंने आशंका
जताई कि आने वाले समय में पाकिस्तान और इजरायल के संबंध और ज्यादा खराब हो सकते हैं।
"हमारे परमाणु हथियार अमेरिका
के खिलाफ नहीं हैं। हमने इन्हें भारत को ध्यान में रखकर विकसित किया है। साथ ही, हमें
इजरायल के प्रति भी सतर्क रहना होगा, क्योंकि वह पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को
खतरा मानता है,"
उन्होंने कहा।
"अब पाकिस्तान का परमाणु
बम खत्म नहीं होगा"
बासित ने जोर देते हुए कहा कि
पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम अब खतरे में नहीं है और इसे रोकने का कोई भी प्रयास
सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा, "भले ही अमेरिका, भारत या इजरायल इस कार्यक्रम
को रोकने की कोशिश करें, लेकिन पाकिस्तान के पास अब ऐसे परमाणु हथियार और मिसाइलें
हैं, जो किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए पर्याप्त हैं।"
बासित ने पाकिस्तान की जनता से
अपील की कि वे इस मुद्दे पर अनावश्यक बहस से बचें। उन्होंने कहा, "हमें अपने
न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर बेवजह की चर्चाओं से बचना चाहिए। पाकिस्तान के परमाणु
हथियारों को खत्म करने की कोई संभावना नहीं है और हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।"
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