नई दिल्ली: खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए शनिवार का दिन बेहद खास है। आज शाम को दो अद्भुत खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी। पहली घटना में पृथ्वी अपने अंडाकार कक्ष में सूर्य के सबसे करीब पहुंचेगी, जबकि दूसरी घटना में शनि, चंद्रमा और शुक्र एक सीध में चमकते हुए नजर आएंगे। यह नजारा न केवल खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक अनोखा अनुभव होगा।

 

पृथ्वी पहुंचेगी सूर्य के सबसे करीब:

नेशनल अवार्ड से सम्मानित विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने जानकारी दी कि ठंड के इस मौसम में ऐसा लगता है कि सूर्य हमसे दूर हो गया है, लेकिन वास्तविकता इसके उलट है। उन्होंने बताया कि आज शाम 6 बजकर 58 मिनट पर पृथ्वी अपनी कक्षा में सूर्य के सबसे पास के बिंदु, जिसे पेरिहेलियन कहते हैं, पर पहुंचेगी। इस बिंदु पर पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी घटकर लगभग 14 करोड़ 71 लाख 3 हजार 686 किलोमीटर रह जाएगी।

 

सारिका ने बताया कि हर साल पृथ्वी अपने अंडाकार कक्ष में घूमते हुए एक बार सूर्य के सबसे करीब और एक बार सबसे दूर पहुंचती है। जुलाई में जब पृथ्वी सूर्य से सबसे दूर होगी, इसे अफेलियन कहा जाएगा। अफेलियन की तुलना में आज पृथ्वी सूर्य से करीब 50 लाख किलोमीटर ज्यादा नजदीक होगी।

 

गौर करने वाली बात यह है कि सूर्य के इतना करीब होने के बावजूद ठंड का अहसास इसलिए हो रहा है क्योंकि इस समय भारत समेत उत्तरी गोलार्ध में सूर्य की किरणें तिरछी पड़ रही हैं। यह घटना खगोल विज्ञान के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

 

शाम को दिखेगा तीन खगोलीय पिंडों का अद्भुत संयोग:

आज शाम आसमान में एक और खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा। सारिका ने बताया कि सूर्यास्त के बाद से लगभग दो घंटे तक शनि, चंद्रमा और शुक्र एक सीध में चमकते हुए नजर आएंगे। इस घटना में शनि (सेटर्न), चंद्रमा (क्रिसेंट मून) और शुक्र (वीनस) को एक लाइन में देखा जा सकेगा।

 

इस खगोलीय संयोग को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है। विज्ञान प्रसारक ने बताया कि ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते और यह नजारा न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, बल्कि सौंदर्य की दृष्टि से भी अद्वितीय होगा।

 

खगोलीय घटनाओं के प्रति जागरूकता:

सारिका ने खगोल प्रेमियों और आम जनता से अपील की है कि वे इन घटनाओं को देखने का अवसर न चूकें। उन्होंने कहा कि पृथ्वी और सूर्य के संबंधों को समझने और ग्रहों के संरेखण का साक्षी बनने का यह शानदार मौका है।

 

निष्कर्ष

आज का दिन खगोलीय घटनाओं के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक यादगार अवसर साबित हो सकता है। सूर्य के पेरिहेलियन बिंदु पर पहुंचने और आसमान में शनि, चंद्रमा और शुक्र के एक सीध में चमकने का नजारा विज्ञान और प्रकृति के अद्भुत सामंजस्य का प्रतीक है। यह अनुभव न केवल ज्ञानवर्धक होगा, बल्कि सौंदर्य की दृष्टि से भी मनमोहक रहेगा।