नई दिल्ली: बुधवार शाम दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में तेज बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने अचानक मौसम का मिजाज बदल दिया। इससे पहले दिन में यहां 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया था, लेकिन अचानक आए इस तूफान ने गर्मी से राहत दी, हालांकि इसके साथ ही व्यापक नुकसान और व्यवधान भी हुआ।

 

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से प्राप्त वीडियो में लगातार बारिश देखी गई, जबकि मध्य और पश्चिमी दिल्ली में तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहा। गोल मार्केट, लोदी रोड जैसे इलाकों में तेज ओलावृष्टि हुई, जिससे लोगों को मौसम के अचानक बदलाव का अहसास हुआ। नोएडा में वाहन चालक भी भारी बारिश और ओलावृष्टि के बीच सफर करते हुए जलमग्न सड़कों और कम दृश्यता का सामना कर रहे थे।

 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि यह तूफान हरियाणा के ऊपर बने चक्रवात के कारण उत्पन्न हुआ है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाओं के जुड़ने से यह प्रणाली और अधिक तीव्र हो गई। रात 8:30 बजे आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर के लिए रेड अलर्ट जारी किया और रात भर तीव्र मौसमी गतिविधि की चेतावनी दी।

 

सफदरजंग में हवा की गति 79 किमी प्रति घंटा और पालम में 72 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई। तेज हवाओं से कई पेड़ उखड़ गए, होर्डिंग्स उड़ गईं और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। निचले इलाकों में जलभराव के कारण ट्रैफिक की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे कई जगह छोटी-मोटी दुर्घटनाएं भी हुईं और शाम के व्यस्त समय में आवागमन और जटिल हो गया।

 

दिल्ली हवाई अड्डे पर भी उड़ान परिचालन प्रभावित हुआ। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी कि वे वास्तविक समय की जानकारी के लिए एयरलाइनों से संपर्क करें। कई एयरलाइंस ने खराब मौसम के चलते उड़ानों में देरी और रद्दीकरण की चेतावनी दी।

 

आईएमडी ने मौसम की पूर्व सूचना देते हुए धूल भरी आंधी, गरज-चमक और 70 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाओं की संभावना जताई थी। अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने, पेड़ गिरने या बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में स्थानीय हेल्पलाइनों को सूचित करने की अपील की है।

 

इस अप्रत्याशित तूफान ने राजधानी और आसपास के इलाकों में गर्मी से राहत तो दी, लेकिन भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण व्यापक नुकसान और असुविधा भी उत्पन्न की है।