संभल/उत्तर प्रदेश: संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के आवास पर बिजली चोरी और मीटर में गड़बड़ी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बिजली विभाग की एक टीम ने गुरुवार को बड़े सुरक्षा बल के साथ इन नेताओं के आवास पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान बिजली मीटर में अनियमितताओं और लोड में गड़बड़ी की पुष्टि हुई।

 

बिजली विभाग के अधिकारियों ने जांच में पाया कि मीटर रीडिंग और बिजली उपयोग में अंतर है। अधिक लोड का उपयोग किया जा रहा था, जो निर्धारित मानकों के खिलाफ है। साथ ही, टीम को धमकाने का आरोप भी सांसद के परिजनों और सुरक्षा गार्डों पर लगाया गया है।

 

जांच प्रक्रिया और आरोप

बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि सांसद आवास पर लगे पुराने मीटर को सील कर दिया गया है, और वहां स्मार्ट मीटर स्थापित कर दिया गया है। पुराने मीटर को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। प्राथमिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि मीटर यूनिट में गड़बड़ी की गई थी।

 

जांच टीम ने मीटर रीडिंग, एसी, पंखे और अन्य बिजली उपकरणों के लोड का गहन परीक्षण किया। इसके साथ ही, सपा सांसद के पिता ममलुकुर्रहमान बर्क और दो सुरक्षा गार्ड वसीम और सलमान पर बिजली अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज की गई है।

 

लैब रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई

बिजली विभाग ने स्पष्ट किया है कि मीटर की लैब जांच के बाद ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि पुराना मीटर जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। यदि अनियमितताओं की पुष्टि होती है, तो नियमानुसार कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

 

घटना के बाद माहौल

जांच के दौरान भारी सुरक्षा बल को साथ ले जाने की आवश्यकता पड़ी, लेकिन पूरी कार्रवाई शांतिपूर्ण रही। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि जांच में किसी भी प्रकार की बाधा न आए। टीम के अनुसार, मीटर में गड़बड़ी का मामला गंभीर है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

यह मामला केवल बिजली चोरी का नहीं है, बल्कि सार्वजनिक पदों पर बैठे व्यक्तियों की जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठाता है। जांच और आरोपों के चलते यह मामला राजनीति और प्रशासनिक चर्चा का विषय बन गया है।

 

बिजली विभाग की टीम ने मामले की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत जांच का भरोसा दिलाया है। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित पक्षों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

 

चित्र साभार: गूगल