लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ
में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़कर करोड़ों की चोरी करने वाले गैंग पर पुलिस
का शिकंजा कस गया है। सोमवार और मंगलवार को हुई अलग-अलग मुठभेड़ों में गैंग के दो बदमाश
मारे गए, जबकि तीन को गिरफ्तार कर लिया गया। अभी भी दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश
जारी है।
लखनऊ में पहली मुठभेड़: सोबिंद
कुमार ढेर
लखनऊ के किसान पथ क्षेत्र में
सोमवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि चोरी में शामिल बदमाश इलाके में मौजूद हैं।
डीसीपी पूर्वी लखनऊ शशांक सिंह के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के दौरान एक संदिग्ध
कार पुलिस पार्टी की ओर आती दिखाई दी। कार में बैठे बदमाशों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग
शुरू कर दी।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में
बिहार निवासी सोबिंद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल
में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी कार से भारी मात्रा
में सोने-चांदी के आभूषण, नकदी और गोलियों के खोल बरामद किए गए।
गाजीपुर में दूसरी मुठभेड़:
25 हजार का इनामी सन्नी दयाल ढेर
गाजीपुर में यूपी-बिहार बॉर्डर
पर पुलिस ने बाइक पर सवार दो संदिग्धों को रोकने की कोशिश की। संदिग्धों ने पुलिस पर
गोली चलाई और भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा कर घेराबंदी की और जवाबी कार्रवाई
की।
इस मुठभेड़ में बिहार निवासी
और 25 हजार का इनामी सन्नी दयाल घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों
ने उसे मृत घोषित कर दिया। सन्नी के पास से एक पिस्टल, चोरी के 35,500 रुपये और सफेद
धातु बरामद हुई। दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।
तीन आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
इससे पहले, सोमवार सुबह लखनऊ
पुलिस ने तीन आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। इनमें से एक बदमाश अरविंद
कुमार के पैर में गोली लगी थी। गिरफ्तार आरोपियों ने अपनी पहचान बिहार के मुंगेर और
भागलपुर जिले के निवासी के रूप में बताई। उन्होंने चोरी में शामिल चार अन्य बदमाशों
का भी खुलासा किया।
फरार बदमाशों की पहचान लखनऊ निवासी
विपिन कुमार और बिहार निवासी मिथुन कुमार के रूप में हुई है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी
के लिए अभियान चला रही है।
चोरी की साजिश: विपिन की मुखबिरी
और गैंग की प्लानिंग
पुलिस के अनुसार, चिनहट निवासी
विपिन कुमार ने ही बिहार के इस गैंग को लखनऊ बुलाया था। उसने रुकने और खाने-पीने की
व्यवस्था की थी। बैंक में सुरक्षा-व्यवस्था की कमी का फायदा उठाकर गैंग ने वारदात को
अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से
1889 ग्राम सोना, 1240 ग्राम चांदी, तीन लाख नकद, तमंचा और पिस्टल बरामद की है।
बैंक सुरक्षा पर उठे सवाल
चोरी की इस घटना ने बैंकों में
सुरक्षा-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस के मुताबिक, बैंक में सुरक्षा
के मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिसका फायदा अपराधियों ने उठाया।
लखनऊ और गाजीपुर में हुई इन मुठभेड़ों
के बाद अब पुलिस फरार बदमाशों की तलाश में जुटी है। इस बड़े अपराध का पर्दाफाश उत्तर
प्रदेश पुलिस की एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
फोटो साभार: गूगल
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