तेल अवीव: इजरायल के पूर्व डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर और प्रभावशाली लेबर पार्टी नेता मेइर मसरी की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने पाकिस्तान में राजनीतिक और सैन्य हलकों में हलचल मचा दी है। मसरी ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने की बात कही है। उनका कहना है कि जैसे इजरायली सेना ईरान के परमाणु ठिकानों तक पहुंच चुकी है, वैसे ही वह पाकिस्तान तक भी पहुंच सकती है।

 

मसरी ने लिखा, “ईरान में हमारी कार्रवाई के बाद अगला कदम पाकिस्तान हो सकता है। ईरान तक हमने रास्ता बनाया है, और पाकिस्तान वहां से बहुत दूर नहीं है।” मसरी भले ही वर्तमान इजरायली सरकार में नहीं हैं, लेकिन वह लेबर पार्टी की सेंट्रल कमेटी के सदस्य हैं और देश की रक्षा नीति पर प्रभाव रखते हैं।

 

यह बयान ऐसे समय आया है जब इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। 13 जून को इजरायली सेना ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले शुरू किए थे, जिसके बाद दोनों देशों में सैन्य संघर्ष जारी है। मसरी की टिप्पणी को इसी श्रृंखला में अगली चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।

 

इस बीच, एक पुराने इंटरव्यू में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान को भी पाकिस्तान में जोर-शोर से वायरल किया जा रहा है। इस इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा था, “ईरान और पाकिस्तान जैसे देशों के पास परमाणु बम होना इजरायल की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। हम नहीं चाहते कि इन देशों के पास यह हथियार हों।”

 

पाकिस्तान ने इस पूरे घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। देश के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, “हम इजरायल को चेतावनी देते हैं कि पाकिस्तान की तरफ देखने की हिम्मत मत करना। अगर ऐसी कोई भी कोशिश की गई तो उसका करारा जवाब मिलेगा।”

 

वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी चिंता जताते हुए कहा, “ईरान के बाद इजरायल अन्य मुस्लिम देशों पर भी हमला कर सकता है। वह यमन और फिलिस्तीन को पहले ही निशाना बना चुका है। अगर मुस्लिम राष्ट्र एकजुट नहीं हुए, तो इजरायल की आक्रामकता और बढ़ेगी। समय आ गया है कि सभी मुस्लिम देश एक मंच पर आएं और इजरायल की नीतियों को चुनौती दें।”

 

पाकिस्तान की मीडिया और राजनीतिक हलकों में यह बहस तेज हो गई है कि क्या इजरायल सचमुच पाकिस्तान के खिलाफ कोई सैन्य योजना बना रहा है, या यह एक रणनीतिक दवाब की राजनीति है। लेकिन मेइर मसरी की धमकी और नेतन्याहू के पुराने बयान ने दोनों देशों के बीच पहले से ही संवेदनशील संबंधों को और जटिल बना दिया है।

 

विश्लेषण

इजरायल के पूर्व मंत्री मेइर मसरी की पाकिस्तान को दी गई परमाणु हमले की धमकी ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है। मसरी की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर सैन्य कार्रवाई कर रहा है। पाकिस्तान ने तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल को चेतावनी दी है कि किसी भी हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा। नेतन्याहू का पुराना बयान भी इस बहस को हवा दे रहा है कि इजरायल पाकिस्तान को संभावित खतरा मानता है। यह प्रकरण इजरायल और मुस्लिम देशों के बीच बढ़ती असुरक्षा और अस्थिरता की गंभीर चेतावनी है।